⚫ कुछ तो गडबड है, में ऐसे लिखने लग गया हूँ कुछ तो गडबड हैं ही है। पहले तो में ऐसे कुछ भी लिखता नहीं था साला कुछ तो मेरे साथ एसा हुआ होगा और शायद कुछ होने वाला है तभी लिखने लग गया हूँ,,,कुछ तो गडबड है।
⚫ तो दोस्तों अब कुछ गडबड वालीं बात आ गई है और दिमाग Logic लगाने के कुछ ना कुछ तरीके ढूंढ ही लेता है तो इसी गडबड वालीं बात पर मेंने भी अपने Logic लगाकर ये थोड़ी Comedy type की रचना बनाकर आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ। इसकी हर दो Line में मेरा खुद का Logic लगाया हुआ है पर मैं इसे detail में नहीं बताने वाला तो आप अपने हिसाब से भी अपना logic डालकर अपने होंठ पे हँसी ला सकते है 😊। ये "कुछ तो गडबड है" शब्द की प्रेरणा मुझे CID episode के मशहूर कलाकार ACP Pradhyuman के Dialog से मिली है। अंत में उन्हीं के अंदाज में भी दो Line Add की हुई है।
⚫ तो आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ ACP साहब के मशहूर dialog से बनाईं हुई मेरी ये छोटी सी comedy lines...
"कुछ तो गडबड हैं"
(Note :- इसमें आप अपना logic add करके पढ़ें और हँसी का आनंद लीजिए। ) 😊
⏮▶️⏭
✔ पता नहीं चल पाता पर
परेशानी हो रही है
कुछ तो गडबड है,
✔ दाक्तर ने खुन का Report करवाने को कहा
लं....बे समय से खुन लेकर गया वो
रिपोर्ट अभी तक आया नहीं
कुछ तो गडबड है,
उसके पास वाली -
- वो लाल दिवाल भी गीर रही है
- वो लाल दिवाल भी गीर रही है
नदियों में आज कुछ अलग है
कुछ तो गडबड हैं,
✔ जमाने भर की परेशानियों को साथ लेकर चल रहे हैं
परेशानियों का कोई हल नहीं मिल रहा
कुछ तो गडबड हैं,
✔ चेहरा दिखाते नहीं है
अपनी पहचान छुपाते फिर रहा है
चेहरे को दिखाने का सैलाब कुछ अलग है
कुछ तो गडबड है ,
Outlet में Plug भी डाला और Switch भी करदी On
पर अबतक T.V. चालु हुआ ही नहीं
कुछ तो गडबड हैं,
दोस्त तो साथ में ही था अपने
घर में गएँ
चाय भी पी पर
घर में गएँ
चाय भी पी पर
दोस्त तो मिला ही नहीं
कुछ तो गडबड हैं,
✔ अपने किए का कुछ अंदाज नहीं है
क्या गलत क्या सही, फर्क मालूम नहीं है
अपने दिए हुए अल्फाज़ अलग है
कुछ तो गडबड हैं,
✔ बहोत खाएं थे समोसे
पेट में थनगनाहट मची है
कुछ तो गडबड हैं,
✔ खाई अजवाईन की गोली और
नींबू-सोडा भी पी बहुत
फिर भी
डकार साली अभी तक आईं हीं नहीं
कुछ तो गडबड हैं,
(अब ये दो लाइन हमारे चहिते A.C.P. Pradhyuman और Daya sir के लिए समर्पित उनके अंदाज में )
🔴✔ दया...
खूनी खून करके भाग गया
जवेरात-पैसे वो भी इधर ही छोड़ गया
जालिम ने अपने सबूत भी छोड़ दिए है
दया......
कुछ तो गडबड हैं
- Sanket Vyas SK
✔ अपने किए का कुछ अंदाज नहीं है
क्या गलत क्या सही, फर्क मालूम नहीं है
अपने दिए हुए अल्फाज़ अलग है
कुछ तो गडबड हैं,
✔ बहोत खाएं थे समोसे
पेट में थनगनाहट मची है
कुछ तो गडबड हैं,
✔ खाई अजवाईन की गोली और
नींबू-सोडा भी पी बहुत
फिर भी
डकार साली अभी तक आईं हीं नहीं
कुछ तो गडबड हैं,
(अब ये दो लाइन हमारे चहिते A.C.P. Pradhyuman और Daya sir के लिए समर्पित उनके अंदाज में )
🔴✔ दया...
खूनी खून करके भाग गया
जवेरात-पैसे वो भी इधर ही छोड़ गया
जालिम ने अपने सबूत भी छोड़ दिए है
दया......
कुछ तो गडबड हैं
- Sanket Vyas SK
haahaaaa
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